Words can create magic and I want to get lost in them for some part of each day.

June 26, 2011

तूफ़ान .

सर-सर, फर-फर ,ढम-ढम ,ठक-ठुक
अब तक सूरज जीत रहा था,आज तूफ़ान की बारी है.
गुबार ,रेत, करकट को  उठा 
घुमा- घुमा , पटक के गिरा .
कल तक हाथों में हाथ डाले जो हवा
शाखों को प्यार से झुलाती थी 
गुस्से में उनसे लड़ती है 
फड़कती है ,अकड़ती है.
गहराते है बादल ,गिरती है बूँदें
हंटर की तरह बिजली कड़कती है.
ये तूफ़ान किसी अल्हड़ का फूटा गुस्सा है 
भड़क के,  झिंझोड़ के , तोड़-फोड़ के भिगोयेगा  .

एक कौआ और .

घटायें यूं घिरी 
की रोक न पाया 
जम के नाचा और नहाया 
पंख चिपकाए, सफ़ेद गर्दन दिखलाए 
मुफ्त में सबको खूब हंसाया !
अब मुंडेर पर बैठ के 
खुद को सुखाता है कौआ
झटकता  है पंख , कभी फुलाता है कौआ .
फिल्मी हीरोइन की तरह इतराता है कौआ
सावन का मज़ा असल उठाता है कौआ .

मेरे घर की सड़क .


मेरे घर तक जाती थी 
पुराने पेड़ों से ढंकी इक सड़क 
दोनों ओर आती थी कभी अमराइयों से 
पकते  आमों की महक .
और दीखता था  कभी 
धानी चादर वाले खेतों में लहकता कनक.
हर बूढ़े पेड़ के नीचे थे 
लोगों के छोटे से बसेरे 
और मामूली सी चीज़ों की मामूली सी दुकान
फूल वाले,सब्जी वाले ,फल वाले -
पंचर भाग्य हो या साइकल उसे ठीक करने वाले   
तंग हो भी तो ,संग-दिल नहीं थी वो सड़क -
दोस्ताने भरे चेहरों की कड़ी थी वो सड़क 

पर अब ज़िन्दगी दोस्ताना नहीं रफ़्तार मांगती है 
साइकल और स्कूटर नहीं कार मांगती है 
हर वक़्त खरीदने के लिए बहुत सारा सामान मांगती है.
शायद इसीलिए हो गयी है मेरे घर की सड़क 
अब हो गयी है इक अनजान ,बेजान सी सड़क 
पेड़ों से,दोस्तों से , हमराहियों से वीरान सी सड़क.
है वो अब बहुत चौड़ी,आलीशान सी सड़क 
शीशे के महल-नुमा malls पे मेहरबान सी सड़क.

June 13, 2011

Crow -II.

A Crow does not know
that he looks lowbrow
Or that where other birds Chirp 
He Caws -the raucous Twerp !
But  even if he did
It wouldn't ruffle him a bit
for- prettiness ain't much fun
more of a Bird-en, Pardon the pun.
So why judge him by his colour or his cries.
His mien is Worldly and Wise .
Look at that streetfighter Style
The no-holds-barred Guile.
He is the ultimate Anti-Hero
Swashbuckler Macho Crow!
He holds Court and he holds Sway
He is the over- lord ,Just Obey.

June 11, 2011

Crows.

Crows in the Courtyard
Sitting in a row.
Crows in the Courtyard
Hopping to and fro.
Making plans,gossiping away.
Shouting,shrieking and holding sway.
Rebuking each other like seasoned hags.
Having honed the art of put-downs and nags.
Getting ready to dive,
or to Chastise- any passer-by.
And all of a sudden they fly-feathers explode!
The Glistening Black of a metalled road.