Words can create magic and I want to get lost in them for some part of each day.

March 24, 2011

जेठ की तैयारी .

देखो तैयारी  में हैं सब पेड़
जेठ के साथ ज़ोर-आज़माइश  की.
बेल,साल,नीम और पीपल 
अशोक,इमली और सेमल.
उतार रहे पुराने पत्तों के पैरहन 
अब नए सब्ज़ दोशाले ओढ़ कर 
सर-चढ़ी धूप के नश्तर तोड़कर 
झुरमुटी छाँव के घर बनायेंगे
हर पंछी और राहगीर को बुलाएँगे .
कितने दूरंदाज़ और खुद्दार हैं पेड़ !

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