Words can create magic and I want to get lost in them for some part of each day.

June 28, 2012

The Psychology of Geology .

If you make your Heart
An Open Cast Mine.
Always digging deep
Trawling,unearthing
sifting and sorting
Motives and Causes
Don't get surprised
when Old wounds surface
or New Ones
Take Root .
The Psychology
Of Geology
kills all that is life-giving
and leaves
scarred landscapes behind .

दिल्ली के खँडहर।


दिल्ली के खामोश पुराने खँडहर देखे,
 तो इक भूला सा स्वाद याद आया...
तुमने अन्नानास की शराब पी है ?
बिलकुल इस शहर की तरह होती है -
जिसका कांटेदार, खुरदुरा, बदसूरत छिलका हटाने से 
रस मिलता है ,
मिठास भी ,
सदियों को उसमें जितना घोलो 
आता है उतना ही उम्दा स्वाद भी।

June 5, 2012

Delhi - II.


शोर मचाती सडकों  के किनारे खड़े खँडहर 
चुप-चाप क्या -क्या बोल जाते हैं। 
हँस  के कहते हैं -
चाहे कितनी सड़कें नाप लो 
सभी मकतल और मकबरों तक ही जाती हैं। 
बचता  कोई नहीं:
न सल्तनत न बादशाही ; न सोना ,न चांदी :
बस रह जाते है -
कुछ अनदेखे -कुछ अनबूझे ,बिखरे से पत्थर 
जिनपे नाम उकेरने को सभी बेताब रहते हैं 
पर जिनकी कहानी सुनने की अब फुर्सत किसे है ...

June 2, 2012

अमलतास .


मैंने देखा है 
अशर्फियों का पेड़ 
सोने के मुहरों के गुच्छे लटकते हैं 
ऐसे चमकता है कि -
सूरज भी कुछ देर शरमा  जाता  है 
और कहता है 
अच्छा , तुम जीते अमलतास -
मेरे सोने की आग तो झुलसाती भी है ,
पर तुम्हारा सोना तो दिल को तपन में भी ठंडक देता है :
अच्छा ,अब मानो  बात -
जाओ जाके कुछ पत्ते  पहन लो :)