Words can create magic and I want to get lost in them for some part of each day.

November 30, 2011

वो प्यारी जगह ...

सुबह के धुंधलके में या
रात खत्म होने के झुटपुटे में ,
नींद और ख्वाब के बीच
डोलते हुए जो जगह है
उसमे  रहती हैं -
कई उम्मीदें ,कई ख्याल
प्यारी यादें ,झिझक  से परे -
निश्चय , और उधेड़ - बुन  से दूर
साहस  और विश्वास 
उस प्यारी जगह
को संभाल कर रखना
शायद सच वहीँ है
जो  हम  तेज़ रौशनी में
और अँधेरे सायों में
न  देख , न  समझ पाते  हैं .

एक सुबह कोहरे में .

टपक रहा सब  बूँद -बूँद -
सोये पेड़ अब तक आँख मूँद
मुट्ठी  भींचे  सेवंती खड़ी है
कोहरे की चादर पड़ी है
एक गीला सा धुआं हैं ?
या किसी तडपे दिल की बद्दुआ है ?
एक ठंडी - ठंडी साँस है
कुछ खोने का अहसास है -
ठहरी हुई  सी दिल में बात है
सूरज अंधेरों के साथ है

झांके धूप तो सब मुस्कायें
राज खोलें , खिल -खिलाएं .

November 24, 2011

हिसाब - किताब .

हिसाब  खताओं  के  ही  रखे  जाते   हैं , यारों  की  किताब  में ;
वफ़ाओं  की  दीमक - ज़दा  किताब  के पन्ने  खोले  कौन , गिनाए  कौन ?

November 21, 2011

I love a Calm Sunset. .

Some evenings :
There is no Drama on the Horizon :
No vivid Streaks of Violet
Juxtaposed against a brilliant orange
No fluffy white clouds glistening with Gold
No rising,melting ,unfolding , descending ;
Just a gradual fading -
Of  pale blue to dull gray to inky black.
It may not please the cameras -
Or overwhelm .
But you know what ?
It still soothes the soul.

November 2, 2011

Tin Sheds.

Tinsheds
Catch Beams
And Glint
Pretending to be
Houses
But can

Protect Against
Neither Heat 

Nor Cold
Nor Storm
Only Lull
You into

A Foolish
Notion Of
Feeling Safe .