Words can create magic and I want to get lost in them for some part of each day.

February 6, 2011

एक बात .

पुराने दरख्तों की जड़ों की तरह ,
तुम्हारा प्यार दिल में घर करता है -
यूं तो यह कोई बोलने की बात नहीं-
सिर्फ महसूसने की है -पर गर जानना चाहो तो.
बावली सरसों के पीले खेतों की तरह
अचानक कभी जब झूमता है मन, तो
गीत वही गुन-गुनाता  है जो खेत को
चूमता  हुआ  दरख़्त भी गाता है .
कई बार जो , बेबाक
उपर से दीखता नहीं, 
आसानी से उखड़ता भी नहीं.

0 comments:

Post a Comment

blog comments powered by Disqus