धुआं -धुआं सा हट गया है
आज कोहरा छट गया है।
सफर था जो कंटीला, दुरूह
चलते-चलते कट गया है।
कुछ लिख के ,कह के,सुन के
दर्द बिखर या बँट गया है।
कुछ सह के ,कुछ नदी सम बह के -
गए अँधेरे : सूरज फिर से डट गया है।
आज कोहरा छट गया है।
सफर था जो कंटीला, दुरूह
चलते-चलते कट गया है।
कुछ लिख के ,कह के,सुन के
दर्द बिखर या बँट गया है।
कुछ सह के ,कुछ नदी सम बह के -
गए अँधेरे : सूरज फिर से डट गया है।
Positive! Optimistic! Very nice!!
ReplyDeleteThat's the way life goes on!
Take care Varsha!
thanks !
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