अक्टूबर का महीना
कितने सधे हुए हैं मौसम के मिजाज़ :
धूप की तल्खियाँ कुछ कम
हवाओं के रुख भी नर्म
कुछ ठंडक का अहसास है भी , और नहीं भी
कुछ गर्माहट की याद है भी ,और नहीं भी
कुछ अगले मौसम के वादे
कुछ बीती रुत की बातें
अभी सब नपी-तुली सी
हैं भी पर नहीं भी.